• शुभारंभ खेल मंत्री ने किया
लखनऊ।युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को खेल से जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग के अन्तर्गत सीनियर वर्ग (पुरूष एवं महिला) की खेल प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 06 से 08 मार्च, 2025 तक किया जा रहा है। उक्त प्रतियोगिता का शुभारम्भ मा० राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), युवा कल्याण एवं खेल, उत्तर प्रदेश श्री गिरीश चन्द्र यादव द्वारा दिनांक 06 मार्च, 2025 को किया गया।
उक्त खेल प्रतियोगिता के अन्तर्गत 08 खेल विधाओं-एथलेटिक्स, कुश्ती, कबड्डी, भारोत्तोलन, जूडो, बैडमिण्टन, फुटबॉल, वॉलीबॉल में स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है। इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के पूर्व विकास खण्ड स्तर पर प्रदेश के समस्त विकास खण्डों में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें 2.5 लाख से अधिक खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। विकास खण्ड के विजयी खिलाड़ियों को जनपद, तदोपरान्त ज़ोन स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त हुआ। जोन स्तर से विजयी 700 से अधिक खिलाड़ी इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे हैं।
खेल प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान महानिदेशक, युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल श्रीमती चैत्रा वी० के पहल एवं प्रयास से प्रथम बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के समस्त प्रतिभागी खिलाड़ियों को बैंकों के प्रायोजन से स्पोर्ट्स किट भी वितरित की गयी। स्पोर्ट्स किट वितरण का कार्य यूको बैंक एवं इण्डियन बैंक के संयुक्त सहयोग से किया गया। खिलाड़ियों को वितरित की गयी स्पोर्ट्स किट के अन्तर्गत युवाओं को टी-शर्ट, लोवर, सिपर, सैनेटाईजर, टॉवेल एवं कैप सम्मिलित है। विभिन्न स्पर्धाओं के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण भी किया जाएगा।
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के 08 जोन के लगभग 700 प्रतिभागी खिलाड़ियों के मार्च पास्ट की सलामी मुख्य अतिथि श्री गिरीश चन्द्र यादव, मा० राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), युवा कल्याण एवं खेल, उत्तर प्रदेश द्वारा ली गयी तथा गुब्बारे उड़ाकार शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपने सम्बोधन में खिलाड़ियों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए खेलों के प्रति दूरदृष्टि एवं उत्कृष्टता के साथ सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने के लक्ष्य के साथ प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया एवं प्रतिभागी युवाओं का मनोबल बढ़ाते हुए संदेश दिया कि प्रतियोगिता में हार एवं जीत खेल का अभिन्न अंग है एवं हारने के बाद खिलाड़ियों को हतोत्साहित नहीं होना चाहिए और अगली बार पूर्ण उत्साह के साथ पुनः प्रतिभाग करना चाहिए।
श्री उमाकांत बाजपेई,
शासकीय मान्यता प्राप्त पत्रकार

