योग जन्मसिद्ध अधिकार है इसे गंवाए नहीं - योगाचार्य धर्मेंद्र प्रजापति
योग करते हुए लोगअंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में कुशीनगर सेवरही नगर में आयोजित श्री कृष्ण गौशाला योग महोत्सव कार्यक्रम में आचार्य धर्मेंद्र जी का आगमन एक बड़ा आकर्षण रहा! उन्होंने विभिन्न योगिक क्रियाएं, योग व्यायाम, सूर्य नमस्कार और शासन द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के बारे में बताया जिसे वहां के लोग कर झूम उठे। आचार्य धर्मेंद्र जी ने विभिन्न आसनों जैसे कि वृक्षासन, ताड़ासन, सर्वांगासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन, मत्स्य आसन, हलासन, चक्रासन, धनुरासन और वीरभद्रासन के बारे में बताया और उनका अभ्यास करवाया। इसके अलावा, उन्होंने प्राणायाम की विभिन्न विधियों के बारे में भी बताया और कई बीमारियों को योग और औषधि के द्वारा ठीक करने की विधि के बारे में जानकारी दी।
यह आयोजन निश्चित रूप से लोगों को योग के महत्व और इसके लाभों के बारे में जानने का अवसर प्रदान किया। आचार्य धर्मेंद्र जी का मार्गदर्शन और उनकी विशेषज्ञता ने इस आयोजन को और भी प्रभावी बनाया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे भारत स्वाभिमान के तहसील प्रभारी गुरुशरण जी ने सभी को संबोधित करते हुए बताया कि विश्व योग दिवस 21 जून को हम सभी एक साथ उपस्थित होकर योगाभ्यास कर इस महोत्सव का आनंद ले।
इस अवसर पर पहलाद वर्मा, राजेश, अरविंद, मुना जायसवाल, पप्पू सभासद, अजय इंजीनियर , निर्मल अग्रवाल, हरेंद्र, और यादव जी आदि सम्मिलित रहे।

