**जटिल परिस्थितियां संकेत देती हैं कि हम सही पथ पर और सही दिशा में अग्रसर हो रहे हैं।**

 सर्व श्री आशुतोष महाराज जी का चिंतन(अनमोल वचन) प्रस्तुतिकरण श्री आर सी सिंह जी।


अक्सर हम अपने जीवन में ऐसे दौर से गुजरते हैं, जब कुछ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं तो हमारा मार्ग अवरुद्ध हो जाता है। परिस्थितियाँ विपरीत हो जाती हैं। हर ओर प्रतिकूलता ही प्रतिकूलता होती है। तो क्या ये प्रतिकूलताएँ सच में हमारी राहों की बाधक हैं? 

नहीं! बिल्कुल नहीं!!

क्योंकि ये जटिलताएँ ही हमें पकाती हैं। मार्ग पर सतर्क होकर बढ़ना सिखाती हैं। जब एक बार हम इन समस्याओं को पार कर जाते हैं, तो सफल योद्धा के रूप में अपना साक्षात्कार कर पाते हैं।

वास्तव में, मार्ग की ये जटिल परिस्थितियाँ ही संकेत देती हैं कि हम सही पथ पर व सही दिशा में अग्रसर हो रहे हैं। स्वामी विवेकानंदजी कहते हैं__

'In a day, when you don't come across any

problem, you can be sure that you are travelling on the wrong path... Arise, awake and stop not until your goal is achieved.'

**ओम् श्रीआशुतोषाय नमः**

"श्री रमेश जी"

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