*ज्येष्ठ मास का दुसरा बड़ा मंगलवार एवं शीतलाष्टमी व्रत का है अद्भुत संयोग-पं. बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य*

 

          ज्योतिषाचार्य पं. बृजेश पाण्डेय जी

गोरखपुर! भारतीय विद्वत् महासंघ के महामंत्री व श्री हनुमत् ज्योतिष सेवा संघ के संस्थापक संरक्षक ज्योतिषाचार्य पं. बृजेश पाण्डेय ने बताया कि आज शीतलाष्टमी व्रत तथा ज्येष्ठ मास के द्वितीय बड़ा मंगल का अद्भुत संयोग है! यह  धार्मिक अवसर शीतलाष्टमी व्रत शीतला माता को समर्पित है जबकि बड़ा मंगलवार श्री हनुमान जी को समर्पित है! इस वर्ष यह संयोग आज 20 मई दिन मंगलवार को है धनिष्ठा नक्षत्र, ऐन्द्र योग,वाल्व करण युक्त शुभ मंगलकारी है! पं बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य ने बताया कि शीतला देवी शीतलता रोग और कष्टों से रक्षा करने वाली देवी मानी जाती है! इस दिन व्रत रखकर शीतला देवी की पूजा की जाती है और भोग लगाया जाता है! मान्यता है कि इस व्रत से शीतलता मिलती है और मन प्रसन्न रहता है तथा अनेक प्रकार के रोगो से रक्षा होती है! श्री पाण्डेय जी ने यह भी बताया कि ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है! बड़ा मंगल हनुमान जी को समर्पित है और इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है!सच्चे मन व श्रद्धा भाव से हनुमान जी की पूजा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है तथा जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर होती है! कुछ धार्मिक कथाओं के अनुसार श्री हनुमान जी की भेंट भगवान श्रीराम से प्रथम बार ज्येष्ठ मास के मंगलवार को ही हुई थी! इसलिए धार्मिक दृष्टिकोण से यह मिलन का दिन अद्भुत एवं मंगलकारी माना गया है. शीतलाष्टमी और मंगलवार का संयोग एक दुर्लभ और विशेष अवसर है इस दिन व्रत रखकर शीतला देवी और हनुमान जी की पूजा करने से दोनों की कृपा प्राप्त होती है! आज के दिन शीतला माता एवं हनुमान जी को षोडशोपचार पूजन करें तुलसी की माला पहनावे,धूप-दीप आदि से पूजन कर नैवेद्य अर्पित करें तत्पश्चात आरती करें और हनुमान जी को चोला चढ़ाएं तथा अपनी कामना प्राप्ति हेतु निवेदन करें ! जो भक्तगण सनातनी विधि-विधान से पूजन अर्चन करते हैं उनकी सभी कामनाएं पूर्ण होती हैं!

              दुर्गेश मिश्र संवाददाता गोरखपुर

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