मंचाशीन आमंत्रित अतिथि गण
भागीरथी सांस्कृतिक मंच गोरखपुर की 762वी काव्य गोष्ठी सर्वांग हास्पिटल के सभागार में सम्पन्न हुई।
जिसके मुख्य अतिथि डा.ए.पी. गुप्त व अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सौदागर सिंह जी ने की । संचालन डा.सत्यनारायण "पथिक" ने किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ वरिष्ठ कवि राम समुझ सांवरा द्वारा मां सरस्वती की वंदना से हुई।
तत्पश्चात भाई प्रेमनाथ मिश्र ने चैरेवेति का संदेश इस गीत के माध्यम से दिया -
चमन में सदा शूल मिलते रहे हैं,
मगर फूल भी संग खिलते रहे हैं ।
रुके हैं नहीं वीर मंजिल से पहले
भले पांव कांटों में छिलते रहे हैं।
रिश्तों की बात कवयित्री डा.प्रतिभा गुप्ता ने इस प्रकार की -रिश्तो की डोर /कभी मजबूती से बंधी होती है/ तो कभी टूटने की कगार पर /पहुंच जाती है /हम सभी का/ फर्ज बनता है कि/ हम हर प्रकार के रिश्तों को/ ईमानदारी से निभाएं/ यथा संभव हर प्रयास कर/ उन्हें टूटने से बचाये।
नवगीतकार डॉ. जयप्रकाश नायक ने आज के दौर की बात कुछ इस तरह से अपने गीत ने की-
सबसे खतरनाक है यारों, आंखों का पानी मर जाना। खतरनाक मरघट सी चुप्पी, मन का संवेदन हर जाना।।
अध्यक्षता कर रहे हैं वरिष्ठ कवि सौदागर सिंह ने ईश्वर से प्रार्थना रत होकर कहा-
भजन जब भाव से भगवन, तो क्यों दीदार बाकी है।
चरण रत रात दिन जब हो, तो क्यों उद्धार बाकी है।
डा.ए.पी. गुप्त ने 30 दिसंबर 2023 को संस्था द्वारा मनाये जाने वाले साहित्य महोत्सव पर प्रकाश डालते हुए संस्था के सभी कर्मियों को एक जुट होने की बात कही। इस अवसर पर संस्था सचिव बृजेश राय ने साहित्य महोत्सव में दिये जाने वाले सम्मानों का विस्तृत वर्णन पेश किया -भागीरथी सांस्कृतिक मंच, गोरखपुर द्वारा 30दिसम्बर 23 दिन-रविवार को अतिथियों के समक्ष निम्न सम्मान दिए जाएंगे--
*भागीरथी सम्मान 23*
वयोवृद्ध वरिष्ठ नवगीत कर श्री गिरिधर करुण जी , सलेमपुर देवरिया
*भागीरथी भोजपुरी रत्न सम्मान 23*
वरिष्ठ कवि एवं गीतकार श्री त्रिलोकी नाथ त्रिपाठी "चंचरीक" जी, हाटा, कुशीनगर
*भरतमुनि नाट्य सम्मान 23*
वरिष्ठ रंगकर्मी श्री राजेश वर्मा जी, गोरखपुर
*देवर्षि नारद सम्मान 23*
वरिष्ठ पत्रकार श्री अखिलेश चंद जी, दैनिक आज , गोरखपुर
*कविवर देवेंद्र बंगाली सम्मान 23*
वरिष्ठ कवयित्री एवं लेखिका डॉक्टर उषा कुमार जी, गोरखपुर
*आचार्य रामचंद्र शुक्ल सम्मान 23*
वरिष्ठ आलोचक प्रोफेसर कृष्ण चंद्र लाल जी, गोरखपुर
*कविवर कामता प्रसाद रसविंदु सम्मान 23*
वरिष्ठ कवि एवं शायर श्री हरिवंश शुक्ला "हरीश" जी , गोरखपुर
*कविवर गंगा प्रसाद भट्ट सम्मान 23*
वरिष्ठ कवि वागीश्वरी प्रसाद मिश्र "वागीश" जी, गोरखपुर
*बावला सम्मान 23*
डॉ. फूलचंद गुप्त, गोरखपुर
*रांगेय राघव सामान 23*
वरिष्ठ लेखक डॉ. संजय मिश्र जी , महराजगंज
*भागीरथी साहित्य रत्न पुरस्कार 23*
श्री शशिबिंदु नारायण मिश्र जी
श्री निरंकार शुक्ल "साकार" जी
*भागीरथी साहित्य प्रागल्भ्य पुरस्कार23*
श्री त्रिपुरारी शर्मा "अनाम" जी
श्री बद्री विश्वकर्मा "सांवरिया" जी
अन्य जिन कवियों ने काव्य पाठ किया उनके नाम है सर्व श्री -बागीश्वरी प्रसाद मिश्र "वागीश", डॉ. फूलचंद गुप्त, राम समुझ सांवरा, अरुण ब्रह्मचारी, डा.सत्य नारायण "पथिक", निर्मल कुमार गुप्त "निर्मल", शशिबिंदु नारायण मिश्र, अविनाश पति त्रिपाठी, बृजेश राय, राम सुधार सिंह सैथवार, चंद्रगुप्त प्रसाद वर्मा "अकिंचन" एवं कुन्दन वर्मा "पूरब" , बद्री विश्वकर्मा "सांवरिया" आदि।
इस अवसर पर संस्था सदस्य एडवोकेट सुरेन्द्र रसविंदु के आकस्मिक निधन पर सभी ने 2 मिनट का मौन रख करके उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
श्रोताओं में डा. एस.एन. सिंह, अजय श्रीवास्तव , राशिद हुसैन व हॉस्पिटल के अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।
सभी के प्रति आभार व्यक्त किया डा. सत्य नारायण "पथिक" ने।

एडवोकेट सुरेंद्र रसविंदु के आकस्मिक निधन से मैं आवक हूं।उनको नमन करते हुए विनम्र श्रद्धा सुमन अर्पित करते है।प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
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