*•प्रमुख सचिव खनन पर भारी अनुभाग अधिकारी*

  

                  श्री उमाकांत बाजपेई,

            शासकीय मान्यता प्राप्त पत्रकार।


*मामला संज्ञान में है भ्रस्ट सेक्शन अफसर के विरुद्ध कार्यवाही अवश्य होगी- के रविंद्र नायक प्रमुख सचिव (एसएडी)।*

*•सचिवालय प्रशासन (अनुभाग-१) का एस•ओ•  सन्तलाल चौरसिया प्रमुख सचिव खनन का पत्र दबाए बैठा है।*

*•सुरक्षा के मानकों को ताख पर रखते हुए अवैध वसूली के चक्कर में रात्रि को १० बजे तक खुलवाता है खनन विभाग, सेक्शन अफसर ।* 

लखनऊ। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जहां भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शिता युक्त सरकार चलाने का दावा कर रहे हैं वहीं उनके अधीनस्थ लोक भवन सचिवालय में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग का भ्रष्ट अनुभाग अधिकारी इंद्रेश कुमार काफी समय से जमा है उसने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी है ।सेक्सन में कार्यरत कर्मचारियों से खुले आम गाली गलौज करता है तथा रात को १० बजे तक खनन विभाग जबरन खुलवाकर जनपदों, मंडलों से बुलाकर अधिकारियों से अवैध वसूली करके अपनी जेब भर रहा है । अनुभाग में कार्य करने वाले समीक्षा अधिकारी दिनेश कुमार समेत समस्त कर्मचारी उसके दुर्व्यवहार व बद्तमीजी की शिकायत प्रमुख सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म अनिल कुमार से मिलकर किया है ।प्रमुख सचिव खनन ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विशेष सचिव स्तर के अधिकारी से पूरे प्रकरण की जांच करवाई ।जिस पर जांच अधिकारी के समक्ष ठाँस कर अनुभाग के कर्मचारियों ने अपना अपना बयान दिया ।खनन अधिकारी के विरुद्ध की गई शिकायतों की सत्यता पाए जाने पर प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रमुख सचिव खनन अनिल कुमार ने विगत ३० अप्रैल को सचिवालय प्रशासन के प्रमुख सचिव के रविंद्र नायक को डी•ओ•  लेटर भेज कर भ्रष्ट अनुभाग अधिकारी इंद्रेश कुमार को तत्काल खनन विभाग से हटाकर उसके विरुद्ध विभागीय जांच कराए जाने की मांग की है। अवगत कराना है कि उपरोक्त अनुभाग अधिकारी इंद्रेश कुमार 2013 बैच का है, इसी के बैच का सचिवालय प्रशासन विभाग का अनुभाग अधिकारी संतलाल चौरसिया भी है,जो उपरोक्त अनुभाग अधिकारी को बचाने के लिए प्रमुख सचिव खनन के पत्र को दबाए बैठा है। पूरे प्रकरण को लेन देन करके दबाने की फिराक में है । प्रमुख सचिव खनन को दिए गए शिकायती पत्र में समीक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने लिखा है कि शनिवार व रविवार को बगैर अनुमति लिए विभाग को खुलवा कर देर रात तक समस्त समीक्षा अधिकारी / कंप्यूटर सहायक को जबरदस्ती बैठाए रखता है, साथ ही सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी अनुभाग खुलवाता है।उनका कहना न मानने पर अनुभाग अधिकारी समीक्षा अधिकारियों को मारने दौड़ता है,अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गाली गलौज से बात करता है। आए दिन प्रतिकूल प्रवृष्टि देकर कर्मचारियों को सचिवालय प्रशासन को समर्पित कर देता है ।श्री केशन अवस्थी को निदेशालय वापस कर दिया है। हमेशा शासकीय कार्यों में इंद्रेश कुमार द्वारा बाधा उत्पन्न की जाती है ।अनुभाग में फाइलों का रखरखाव ठीक नहीं है।कोई भी फाइल खोजें नहीं मिलती है।पत्रावलियों को दबाए रखता है, अनुभाग के दो अनुसेवक सुनील शर्मा एवं राजन दिनभर फाइलों को ढूंढते रहते हैं ।भ्रष्ट अनुभाग अधिकारी द्वारा सरकारी सेवा में आने के बाद करोड़ों रुपए की आय से अधिक अकूत संपत्ति अर्जित कर लिया गया है, जिसकी जांच करना जरूरी है।पूरे दिन भर इंद्रेश कुमार इधर-उधर घूमता रहता है ,शाम 6 बजे के बाद लड़ झगड़कर समीक्षा अधिकारियों से जबरन कार्य करवाता है।रात को समीक्षा अधिकारियों /कंप्यूटर सहायकों के घर चले जाने के बाद भ्रष्ट सेक्शन अफसर अनुभाग में अकेले बैठा रहता है। लोक भवन सचिवालय की सुरक्षा मानकों को दरकिनार करके सेक्शन अफसर लेनदेन वाले सेटिंग अफसरों को बुलाकर खुलेआम रोज अवैध वसूली करता है ।

भ्रष्ट अनुभाग अधिकारी की अमर्यादित कार्य प्रणाली व दुर्व्यवहार से समस्त समीक्षा अधिकारी व कंप्यूटर सहायक आक्रोशित है। यदि तत्काल प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन के रविंद्र नायक द्वारा उक्त सेक्शन अफसर को नहीं हटाया गया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पूरा भंडा फोड़ अधिकारी कर देंगे। जिससे पूरे प्रदेश में प्रदेश सरकार की स्वच्छ छवि व भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रशासन की पोल खुल जाएगी ।उपरोक्त प्रकरण के संबंध में सचिवालय प्रशासन के प्रमुख सचिव के रविंद्र नायक से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है प्रमुख सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म अनिल कुमार का पत्र प्राप्त हुआ है ।भ्रष्ट सेक्शन अफसर के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। 

अब देखना है सचिवालय प्रशासन अनुभाग १  का अनुभाग अधिकारी संतलाल चौरसिया कितने समय तक प्रमुख सचिव खनन के पत्र को दबाए रखेगा या भ्रष्ट अनुभाग अधिकारी को सबक मिलेगी। अनुभाग में कार्यरत समीक्षा अधिकारी व कंप्यूटर सहायक राहत की सांस लेंगे।

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