*श्री हनुमत् ज्योतिष सेवा संघ ने मनाया जगद्गुरु शंकराचार्य कि जयंती

*हिन्दू धर्म को पुनः स्थापित एवं प्रतिष्ठित करने का श्रेय शंकराचार्य जी को है जाता- पं. बृजेश पाण्डेय ज्योतिषाचार्य*

गोरखपुर!     युवा जनकल्याण समिति द्वारा संचालित धार्मिक संस्था श्री हनुमत् ज्योतिष सेवा संघ के संस्थापक ज्योतिषाचार्य पं. बृजेश पाण्डेय के नेतृत्व व अध्यक्ष समाजसेवी कुलदीप पाण्डेय के संचालन मे 2 मई दिन बृहस्पतिवार को राजेंद्र नगर पश्चिमी गोकुलधाम प्रधान कार्यालय पर आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य जी की जयंती मनायी गयी! इस दौरान सर्वप्रथम संस्थापक व अध्यक्ष ने आद्य गुरु शंकराचार्य जी की प्रतिमा पर तिलक चंदन लगाकर पुष्प अर्पित करते हुए धूप दीप प्रज्वलित किये!

पं. बृजेश पाण्डेय ने शंकराचार्य जी की कृतियों प्रकाश डालते हुए कहा कि शंकराचार्य देश और समाज हित में सदैव तत्पर रहकर कार्य किए तथा सनातन धर्म के विचारधाराओं का एकीकरण कर उपनिषद और वेदांत सूत्र को लिखे जिससे सम्पूर्ण भारतवर्ष मे बहुत ही प्रसिद्धि मिली! हिन्दू धर्म को पुनः स्थापित एवं प्रतिष्ठित करने का श्रेय भी इन्हे ही जाता है। एक तरफ शंकराचार्य ने अद्वैत चिन्तन को पुनर्जीवित करके सनातन हिन्दू धर्म के दार्शनिक आधार को सुदृढ़ किया तथा वहीं दूसरी तरफ उन्होने जनसामान्य में प्रचलित मूर्तिपूजा का औचित्य सिद्ध करने का भी प्रयास किया!

साथ ही अध्यक्ष कुलदीप पाण्डेय ने कहा कि जगद्गुरु भारत के एक महान दार्शनिक एवं धर्म प्रवर्तक थे। उन्होने हमारे देश मे व्याप्त धार्मिक कुरीतियों को दूर कर अद्वैत वेदान्त की ज्योति से आलौकित किया! सनातन धर्म की रक्षा हेतु भारत के चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना कि जिसमे उड़ीसा के पुरी मे गोवर्धन पीठ, कर्नाटक मे श्रृंगेरी पीठ,गुजरात के द्वारका मे शारदा पीठ और उत्तराखण्ड के बद्रीनाथ मे ज्योतिष पीठ जो आज भी बहुत ही प्रसिद्ध व दिव्य है! 

                    राप्ती प्रवाह ,संवाददाता

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