*•विशाल ऐतिहासिक कलश यात्रा के साथ गायत्री महायज्ञ शुरू।*

 

कार्यक्रम की भव्य झलकिया

*•11 हजार महिलाओं ने पीत वस्त्रों में निकाली शोभा कलश यात्रा।*

*•हम बदलेंगे युग बदलेगा, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा नारे से संपूर्ण शहर गुंजायमान हो उठा।*

बाराबंकी। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में स्थानीय जेब्रा पार्क में आयोजित 04 दिवसीय 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ  व शक्ति संवर्धन कार्यक्रम का शानदार ढंग से ऐतिहासिक कलश यात्रा के साथ शुरुआत हो गयी । संपूर्ण जेब्रा पार्क गायत्री मय हो गया है। बासंती रंग में सराबोर हो गया है। दोपहर 12 बजे से गायत्री शक्ति पीठ बाराबंकी में कलश यात्रा में शामिल होने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के सुदूर आँचलों से महिलाओं का आना शुरू हो गया । कलश पूजन के पश्चात गायत्री शक्ति पीठ से भव्य कलश यात्रा शुरू हुई वही दूसरी कलश यात्रा नागेश्वर नाथ मन्दिर से शुरू हुई। तीसरी कलश यात्रा गायत्री प्रज्ञा पीठ आजादनगर से तथा चौथी कलश यात्रा श्री राम कालोनी पार्क से शुरू हुई, जिसमें जिले के समस्त विकासखंडों के कार्यकर्ताओं महिलाओं पुरुषों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। गायत्री शक्ति पीठ से निकाली गई कलश यात्रा में वेद माता गायत्री, दुर्गा, लक्ष्मी, पार्वती, शंकर, विष्णु, सरस्वती माता की झाँकियाँ आकर्षण का बिंदु बनी रही। 

साथ में बैण्ड बाजे गाजे घोड़े, बग्घी के साथ ज्ञानरथ, शक्तिकलश के साथ संकीर्तन मंडलियाँ, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, हम बदलेंगे युग बदलेगा, के नारे व महाकाल के जयघोष संपूर्ण रास्ते भर में लगाए जाते रहे। चारों कलश यात्रा में शामिल पीत परिधान में हज़ारों महिलाओं व परिजनों का शहर के कई मार्गों में धनोखर चौराहा व नाके पर अक्षत पुष्प से स्वागत किया गया।तत्पश्चात संपूर्ण कलश यात्रा आयोजन स्थल पल्हरी चौराहा स्थित जेब्रा पार्क  पहुंची जहाँ यज्ञ शाला मंच पर शांतिकुंज से पधारे केंद्रीय टोली नायक परमानंद द्विवेदी, शशिकांत सिंह, रमेश तिवारी(गायक), श्यामजी देवधर, यशवंत हुडके(वादक), द्वारा कलश धारी देवियों की संगीतमय लहरी में आती "देव कलश बड़े भाग्य हमारे, तृप्त हुए नयन किये दशरथ तुम्हारे", प्रस्तुत करके प्रसाद वितरण हुआ। कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन अयोध्या जोन के समन्वयक देशबंधु तिवारी ने प्रदान किया। 

चारों दिशाओं से निकाली गयी कलश यात्राओं का समागम सतरिख नाके पर हुआ। उस समय ऐतिहासिक भीड़ को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो अंतरिक्ष से देव शक्तियाँ फूलों की वर्षा कर रही हों। 

सायंकाल मुख्य पांडाल मंच पर शांतिकुंज हरिद्वार से पधारी केंद्रीय टोली द्वारा संगीत प्रवचन का आयोजन किया गया जिसमे गायत्री और यज्ञ पूज्य गुरुदेव वंदनीया माता जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया। 

उमाकान्त बाजपेयी

मीडिया प्रभारी।

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